जन्मदिन क्यों मनाया जाता है? क्या है जन्म दिन का इतिहास
बर्थडे ( Birthday ) यानी कि जन्मदिन के इतिहास के बारे में जानते हैं कि Birthday मनाने का यानी कि जन्मदिन मनाने का itihaas क्या है और कितना पुराना है ।
मान्यता के अनुसार सबसे पहले Birthday जर्मनी में मनाया गया था । जर्मनी के लोगों का मानना था कि सभी एक साथ इकट्ठे होकर के शोर करते हैं तब बुरी आत्माएं भाग जाती है वह बुरी आत्माओं को भगाने के लिए ऐसा करते थे यहीं से बर्थडे मनाने की शुरुआत हुई थी ।
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इसके अलावा Birthday यानी कि janmdin मनाने की प्रथा यूनान में भी थी यूनान में लोग बर्थडे केक काटकर बनाते थे उस समय cake क्रीम के नहीं होते थे बल्कि आटे के बने हुए होते थे ।
जन्मदिन मनाने का इतिहास । जन्मदिन क्यों मनाते हैं ।
जन्मदिन जाने की Birthday मनाने की प्रथा आज से करीब लाखों करोड़ों साल पहले से ही है आज हम जो Birthday मना रहे हैं वह आधुनिक युग का बर्थडे है जो कि प्राचीन समय में भी Birthday यानी कि janmdin मनाया जाता था ।
बर्थडे मनाने की शुरुआत सबसे पहले देवताओं से हुई थी क्योंकि देवताओं का Birthday हम आज भी बनाते हैं । देवताओं का Birthday हम आज त्यौहार के रूप में मनाते हैं और हम देख भी सकते हैं जैसे कि रामनवमी का त्यौहार हम बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं क्योंकि रामनवमी के दिन भगवान राम का जन्म हुआ था ।
अब आप कृष्ण जन्माष्टमी को ही देख लीजिए । कृष्ण जन्माष्टमी के दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्म हुआ था । उनकी याद में हम भगवान श्री कृष्ण का जन्मदिन कृष्ण जन्माष्टमी के दिन मनाते हैं ।
उसके बाद में धीरे-धीरे सभी मनुष्यों ने Birthday मनाना शुरू कर दिया होगा और यह पड़ता चल गई और आज सभी अपना जन्मदिन मनाते हैं ।
जन्मदिन पर मोमबत्ती क्यों बुझाई जाती है ? Janmdin per mombatti kyon baje jaati hai .
जन्मदिन पर मोमबत्ती बुझाने का रिवाज यूनान से आया था । यूनानी लोग देवताओं को खुश करने के लिए और देवताओं को प्रसन्न करने के लिए मोमबत्ती जलाते थे ।
यूनानी लोगों का मानना था कि जब मोमबत्ती का धुआं देवताओं तक पहुंचता है तब देवता खुश होते है । उसके बाद में धीरे-धीरे आम आदमी भी मोमबत्ती जलाने लगा और एक रिवाज की तरह बन गया ।
जन्मदिन पर केक क्यों काटा जाता है ? Janmdin per cake kyon kata jata hai .
जन्मदिन पर केक काटने का रिवाज ग्रीक नामक संस्कृति से आया था ग्रीक के लोग ही Janmdin पर cake काटते थे । लेकिन यदि आज के आदमियों की बात की जाए तो आज के युग में ऐसा माना जाता है कि cake के काटने की शुरुआत जर्मनी से हुई थी ।
Janmdin पर की इसलिए काटा जाता है क्योंकि इसी दिन हमारा जन्म हुआ था और इसी दिन से हमारे नए साल की शुरुआत भी होती है । यानी कि जब हमारा एक जन्मदिन आ करके जब दूसरा जन्म दिन आता है तब हमारा दूसरा साल शुरू हो जाता है और हम दूसरे साल की खुशहाली के लिए जन्मदिन मनाते हैं ।
जन्मदिन का महत्व – Importance of Birthday in Hindi.
जब हमारा जन्मदिन आता है यानी कि बर्थडे आता है तब हमारा Birthday है यह याद दिलाता है कि हमारा 1 साल भी चुका है और यह नया साल आ चुका है । नए साल में हमारे कर्तव्यों को और हमारे लक्ष्यों को याद दिलाता है यही हमारे janmdin का महत्व होता है ।
क्या जन्मदिन मनाना जरूरी है ?
Janmdin मनाना जरूरी भी है और नहीं भी जरूरी है यह सब आप पर निर्भर करता है कि आप Birthday मनाना चाहते हो या फिर नहीं मनाना चाहते हो ।
इसके साथ ही janmdin मनाना पैसों पर भी निर्भर करता है यदि आप अमीर परिवार से या फिर family से हो और आप हर साल मनाते हो तब आप janmdin मना सकते हो ।
भारत में ऐसे बहुत सारे परिवार हैं जो कि Birthday नहीं मनाते हैं और बहुत सारे ऐसे भी परिवार हैं जिनमें बहुत सारे व्यक्तियों को तो अपने janmdin पता भी नहीं है कि उनका birthday कब आता है ।
Janmdin मनाना कोई जरूरी नहीं होता है यह तो बस आप पर निर्भर करता है यदि आप खुशी मनाना चाहते हो जशन बनना चाहते हो और लोगों को दिखाना चाहते हो तो आप janmdin मना सकते हो । यदि आप लोगों को अपने janmdin के बारे में बताना चाहते हो तो भी आप Birthday मना सकते हो यही कारण होते हैं जन्मदिन मनाने के ।
मेरा जन्मदिन कब है । mera janmdin kab hai . mera janmdin kab hai . celebration in hindi.
mera janmdin kab hai – मेरा Birthday कब आता है या मेरा janmdin कब है । यदि आप अपना janmdin जानना चाहते हो कि मेरा janmdin कब है तब आपको अपने document को देखना होगा । आप अपने डॉक्यूमेंट में आप अपने किसी भी स्कूल की मार्कशीट देख सकते हो । आप की मार्कशीट में आपका janmdin यानी की डेट ऑफ बर्थ ( date of birth ) होती है ।
यदि आपके पास मार्कशीट नहीं है तो आपके पास कोई दूसरा डॉक्यूमेंट होगा । जिससे कि आप अपना janmdin मना सकते हो कि मेरा janmdin कब है । इसके लिए आप गवर्नमेंट द्वारा जारी किया गया कोई भी वो कमेंट देख सकते हो ।
गवर्नमेंट द्वारा जारी किया गया डॉक्यूमेंट जैसे कि आधार PAN card , driving licence , voter ID , passport आदि देखें इनमें आपको कहीं ना कहीं आप की date of birth यानी की जन्म दिनांक मिल जाएगी ।
इन डोकोमेंट में आप अपनी जन्मदिन यानी कि बर्थडे डेट पता लगा सकते हो ।
सपने में विधवा स्त्री को देखना
किस का जन्मदिन हर साल नहीं आता है ? Kis Ka janmdin har sal Nahin aata hai .
आप यह जानना चाहते हो कि किसका जन्मदिन हर साल नहीं आता है ऐसा कौन सा व्यक्ति है जिनका janmdin हर साल नहीं आता है यानी कि काफी साल बाद में जिनका जन्मदिन आता है ऐसा कौन है ।
सपने में अमरूद तोड़ते हुए देखना
जिनका जन्मदिन 29 फरवरी को होता है उनका janmdin हर साल नहीं आता है । क्योंकि 29 फरवरी हर 4 साल के बाद में आती है । इसीलिए जिन व्यक्तियों का जन्म 29 फरवरी को हुआ है उनका जन्मदिन हर साल नहीं आता है । उनका जन्मदिन 4 साल बाद में आता है ।
29 फरवरी साल का ऐसा दिन होता है जो कि दोबारा 4 साल बाद में ही आता है । क्योंकि 1 साल में 365 दिन होते हैं । जबकि 4 साल बाद में 366 दिन हो जाते हैं और 4 साल बाद में फरवरी 29 की आती है और बाकी के 3 साल फरवरी 28 की होती है ।
मोरारजी देसाई जो कि भारत के पूर्व प्रधानमंत्री रह चुके हैं उनका जन्म 29 फरवरी 1896 को हुआ था । पूर्व मुख्यमंत्री मोरारजी देसाई का जन्मदिन 4 साल बाद में आता है ।